Sunday, 9 February 2020

बीजेपी को उम्मीद, गलत साबित होंगे एग्जिट पोल,

दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने में अब 24 घंटे से भी कम का वक्त बचा है. करीब 40 दिन के चुनाव प्रचार के बाद 8 फरवरी को मतदान हुआ तो उसके बाद हर पार्टी ने अपनी जीत के दावे किए. लेकिन एग्जिट पोल से जो तस्वीर सामने आ रही है उससे एक ही पार्टी का दबदबा दिख रहा है वह है सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी. एग्जिट पोल से इतर भारतीय जनता पार्टी अभी भी दावा कर रही है कि जीत उसकी ही होगी और नतीजे चौंकाने वाले होंगे. बीजेपी और उसके समर्थकों की ओर से कई ऐसे तर्क रखे जा रहे हैं, जो एग्जिट पोल के झूठे होने का दावा करते हैं.

मतदान खत्म होने के तुरंत बाद जब कई एजेंसियों ने अपने एग्जिट पोल जारी किए तो आम आदमी पार्टी के लिए खुशी की खबर थी. लगभग हर एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी को पूर्ण बहुमत से अधिक का आंकड़ा मिला है, जबकि बीजेपी को अधिकतम 27 सीटें मिलती दिख रही हैं.

हालांकि, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी का दावा है कि सभी एग्जिट पोल फेल होंगे और 11 तारीख को भाजपा की सरकार बनेगी. मनोज तिवारी के अलावा पार्टी के अन्य नेताओं ने भी एग्जिट पोल के गलत होने का दावा किया है.


एग्जिट पोल भले ही फाइनल नतीजे नहीं होते हो लेकिन वह एक अंदाजा दे देते हैं कि हवा किस ओर बह रही है. लेकिन भाजपा इस संकेत को नकार रही है. बीजेपी समर्थकों की ओर से तर्क दिया जा रहा है कि दिल्ली में अधिकतम मतदान आखिरी तीन से चार घंटे में हुआ है, जो कि आम आदमी पार्टी की हार की पटकथा लिख सकता है.

तर्क ये भी दिया जा रहा है कि एग्जिट पोल में जो आंकड़े सामने आते हैं वो दोपहर 3-4 बजे तक के होते हैं, ऐसे में आखिरी घंटों में जो भी मतदान हुआ है वह एग्जिट पोल के दावों को गलत साबित करने के लिए काफी है.

सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे एक संदेश के मुताबिक, बीजेपी एक कैडरबेस पार्टी है जो कि अपने वोटरों को आखिरी वक्त में घर से निकालने में सफल रही और आखिरी चार घंटे में हुए करीब 30 फीसदी मतदान से नतीजों को पूरी तरह से पलट दिया जाएगा.

राजधानी दिल्ली में मतदान पर हर किसी की नज़र थी, लेकिन शनिवार को हुई वोटिंग की शुरुआत काफी धीमी थी. दोपहर करीब एक बजे तक दिल्ली में वोटिंग का प्रतिशत 30 फीसदी के आसपास ही था, जो कि देर शाम तक पहुंचकर 62 फीसदी पर पहुंचा. चुनाव आयोग ने करीब 22 घंटे बाद मतदान का पूरा आंकड़ा जारी किया, जिसपर विपक्ष की ओर से सवाल खड़े किए गए.

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