Wednesday, 8 July 2020

नहीं रहे "शोले" के "सूरमा भोपाली" "जगदीप"

शोले फिल्म में सूरमा भोपाली के नाम से लगातार कई दशकों तक लोगों को हंसाने वाले अभिनेता "जगदीप" आज सबको रुला गए। आज मुंबई में उनका निधन हो गया वे ८१ साल के थे।

टीवी प्रोडूसर "नावेद जाफरी" और एक्टर "जावेद जाफरी" के पिता "जगदीप" का असली नाम "सय्यद इश्तियाक़ अहमद जाफरी" था। "जगदीप" ने अपने फ़िल्मी कैरिएर की शुरुआत निर्देशक "बी आर चोपड़ा" की फिल्म "अफसाना" से १९५१ में बाल कलाकार के रूप में की थी।

"अब दिल्ली दूर नहीं", "आर पार", "मुन्ना", "दो बीघा ज़मीन" जैसी फिल्मों में उन्होंने बाल कलाकार के तौर पर काम किया था। १९६८ में "शम्मी कपूर" की ब्रह्मचारी से वे कॉमेडी एक्टर के तौर पर फेमस हो गए।

१९७५ में आयी "रमेश सिप्पी" की फिल्म "शोले" से वे कॉमेडी किंग बन गए। फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। जगदीप ने "सूरमा भोपाली" नाम से एक फिल्म का निर्देशन भी किया था।

जगदीप ने "रामसे ब्रदर्स" की हॉरर फिल्म  "पुराना मंदिर" और ३डी हॉरर फिल्म "सामरी" में भी अभिनय किया था। जो दर्शक कभी नहीं भूल सकते। लगभग ३५० फिल्मों में अपने अभिनय का भोपाली जलवा दिखाने वाले अंदाज़  के वे पहले और आखिरी अभिनेता थे।  २०१७ तक वे बॉलीवुड में सक्रीय रहे।  जिनकी आखिरी यादगार फिल्म थी २०१२ में रिलीज़ हुई "गली गली में छोरा" है।

- अरुण कुमार कमल

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